जीवन में आवश्यक हैं कुछ बदलाव।
अन्यथा जीवन में आ जायेगा ठहराव।
जीवन नाम है चलते जाना
हमेशा मुस्कुराना, गुनगुनाना।
अपनाओ हंसी और संजीदगी,
थोड़ी ख़ुशी और दीवानगी।
ठुकरा दो तुम अहम् को,
अपना लो तुम प्रेम को।
ऐसे जियो हर दिन को तुम,
जैसे हो वो अंतिम दिन।
खुशियाँ ही खुशियाँ तुम बाँटो,
ग़मों के सबको तुम हर लो।
--© निशान्त पन्त "निशु"
अन्यथा जीवन में आ जायेगा ठहराव।
जीवन नाम है चलते जाना
हमेशा मुस्कुराना, गुनगुनाना।
अपनाओ हंसी और संजीदगी,
थोड़ी ख़ुशी और दीवानगी।
ठुकरा दो तुम अहम् को,
अपना लो तुम प्रेम को।
ऐसे जियो हर दिन को तुम,
जैसे हो वो अंतिम दिन।
खुशियाँ ही खुशियाँ तुम बाँटो,
ग़मों के सबको तुम हर लो।
--© निशान्त पन्त "निशु"
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