Saturday, November 10, 2012

"भ्रस्टाचार की डगर पर"


भ्रस्टाचार की डगर पर, बच्चो दिखाओ चलके
ये देश है तुम्हारा, नेता तुम्हे हो कल के

दुनिया को रंज देना, और उल्टा सीधा कहना
किसी को कुछ समझना, बस लूटते ही रहना

झूठ और फरेब के दम पर, बस आगे बढ़ते रहना
रख दोगे एक दिन तुम, संसार को बदल के

भ्रस्टाचार की डगर पर, बच्चों दिखाओ चलके
ये देश है तुम्हारा, नेता तुम्हे हो कल के

अपने हो या पराये, तुम सबके पैसे खाना
देखो कदम तुम्हारा, हरगिज़ डगमगाए

रास्ते बड़े आसान है, गर तुम नेता बन जाओ
जो भी रास्ते में आये, उसको मरवाते जाओ

एक बार बनके नेता, तुम पैसे सभी के खाओ
और स्विस बैंक में अपना, गुप्त खाता खुलवाओ

हैवानियत के सर पर, तुम भ्रस्टाचार का ताज रखना
तन मन से तुम अपने, स्विस अकाउंट को भरना

रख दोगे एक दिन तुम, अपने देश को बेच कर के
बना लोगे तुम रूपये, चारा और बैशाखिया बेच के

भ्रस्टाचार की डगर पर, बच्चों दिखाओ चल के
ये देश है तुम्हारा, नेता तुम्हे हो कल के

जेल तुम ना जा पाओगे, चिंता बिल्कुल भी ना करना
सिस्टम इतना भ्रष्ट है, पैसे देकर छूट जाओगे

भ्रस्टाचार की डगर पर, बच्चों दिखाओ चल के
ये देश है तुम्हारा, नेता तुम्हे हो कल के


© निशान्त पन्त

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