Monday, February 11, 2013

दोस्ती

दोस्ती भी एक अजीब पहेली है जिसको कोई पूरा नहीं बूझ पाया है.
दोस्ती एक पवित्र रिश्ता है जिसको हर कोई नहीं समझ पाया है.

किस्मत वालों को नसीब होती है सच्ची दोस्ती.
नहीं तो साथ चलने वाला हर बंदा दोस्त होता.


© निशान्त पन्त

Saturday, February 2, 2013

"याद आते है दोस्तों के साथ बिताये हुए वो पल"

याद आते है दोस्तों के साथ बिताये हुए वो पल.
जब न कोई टेंशन थी, न थी कोई उलझन.

वो साथ-साथ कॉलेज जाना, साथ-साथ पढाई करना.
वो दोस्तों के टिफ़िन से लंच करना, कैंटीन मैं चाय पीना.

वो दोस्तों के साथ-साथ क्लास बंक मारना.
वो दोस्तों के साथ मूवी देखने जाना.

देखते ही देखते हम सब पास-आउट हो गए.
सबकुछ अचानक से बदल गया, दोस्तों का साथ छूट गया.

हर किसी कि प्राथमिकता बदल गयी.
और दोस्ती एक फॉर्मेलिटी मैं बदल गयी.

अब कोई भी किसी के लिए समय नहीं निकाल पाता है.
दोस्तों के साथ बिताया हुआ हर पल मुझे याद आता है.

जब भी याद आते है वो पल, आँखें हो जाती हैं नम.
दोस्तों यही है जिंदगी, जहाँ होता है कभी ख़ुशी कभी गम.

याद आते है दोस्तों के साथ बिताये हुए वो पल.
जब न कोई टेंशन थी, न थी कोई उलझन.


साभार
© "निशान्त पन्त निशु"