Wednesday, January 1, 2020

रिश्ते नाते - एक फॉरमैलिटी

रिश्ते नाते - एक फॉरमैलिटी

साथ खेलना, साथ झगड़ना
साथ मे खाना, और साथ में पीना,
साथ में सब त्योहार मनाना
सबकी यह दिनचर्या थी।
दूर होने पर बजती,
फ़ोन की घंटी थी।

आज आ गयी फेसबुक तो,
नाम के रह गए रिश्ते नाते।
सब फेसबुक फ्रेंड बन जाते,
चाहे हो त्योहार , जन्मदिन।
बधाई फेसबुक पर ही देते।

रिश्ते नाते सब फॉर्मेलिटी,
प्यार मोहब्बत सब फॉर्मेलिटी।
ऐसी सोच का परित्याग करो,
आओ मिल-जुल कर सब,
नए रिश्ते की शुरुवात करो।

-निशान्त पंत

No comments:

Post a Comment